अंबिकापुर न्यूज़:
वर्षों प्रतीक्षा के बाद आखिरकार
अंबिकापुर से देश की राजधानी दिल्ली
के लिए सीधी ट्रेन सेवा
सेवा शुरू होने जा रही है। आगामी 14 जुलाई को इस ट्रेन को अंबिकापुर से केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह हरी झंडी दिखाएंगी। समारोह में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के आनलाइन शामिल होने की संभावना है। रेलवे बोर्ड की ओर से नई रेल सेवा शुरू करने को लेकर
अम्बिकापुर में तैयारी आरंभ कर दी गई है।
14 जुलाई को सुबह 10 बजे इस
ट्रेन को अंबिकापुर से रवाना किया जाएगा।
अंबिकापुर रेल्वे स्टेशन में समारोह के लिए
टेंट - पंडाल लगने लगे हैं। तैयारियों का
ना लेने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मनेंद्रगढ़
जायजा
सब डिवीजन से सहायक मंडल अभियंता
नवल सिंह, अनुविभाग अभियंता कार्य
साकेत गुप्ता के साथ रेलवे श्रमिक यूनियन
के क्षेत्रीय अध्यक्ष राजकिशोर चौधरी ने
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में तैयारियों का
जायजा लिया। मंगलवार तक ट्रेन की
समय सारिणी और नंबर भी जारी होने की
संभावना है ताकि यात्री इसमें यात्रा के लिए
टिकट की बुकिंग कर सकें।
जानकारी के अनुसार यह ट्रेन
अंबिकापुर, अनूपपुर, कटनी, सतना,
मानिकपुर, वांबा, कानपुर होते हुए दिल्ली
जाएगी। बहरहाल अंबिकापुर से दिल्ली
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में उद्घाटन की चल रही तैयारी
पूर्व विधायक ने प्रधानमंत्री से की थी मांग
सरगुजा रेलवे संघर्ष समिति के संयोजक
देवेश्वर सिंह लगातार क्षेत्र में रेल
सुविधा बढ़ाने प्रयासरत रहे। उन्होंने पूर्व
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के
शासन काल में दिल्ली ट्रेन शुरू कराने
प्रयास किया था। तत्कालीन रेल मंत्री
दिनेश त्रिवेदी से भी संसद भवन में
मुलाकात कर इस विषय में मांग की थी।
तक के बीच सीधी ट्रेन सेवा शुरू होने से
सरगुजा संभाग के अलावा मध्य प्रदेश
यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
• दिल्ली तक ट्रेन सेवा शुरू करने
लंबे समय से मांग भी रही थी। इसके
लिए सरगुजा रेलवे संघर्ष समिति सहित
विभिन्न संगठन वर्षों से सक्रिय थे। सरगुजा
सुबह 10 बजे रेलमंत्री
कोविड काल में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल करेंगे शुभारंभ
का देवेश्वर सिंह के पास फोन आया था।
तब भी उन्होंने दिल्ली ट्रेन की मांग की।
थी । तब प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेन सेवा शुरू
कराने आश्वासन दिया था। इस ट्रेन सेवा
की घोषणा होने पर उन्होंने हर्ष व्यक्त
करते हुए सरगुजावासियों को इसके
लिए शुभकामनाएं दी है।
रेलवे संघर्ष समिति द्वारा 2005
अंबिकापुर को देश की राजधानी दिल्ली
तक ट्रेन सेवा से जोड़ने अभियान
शुरू किया था।
सांसद लरंगसाय की पहल से
मिली थी सुविधा: अविभाजित सरगुजा
के भाजपा सांसद लरंगसाय की पहल से
साप्ताहिक निजामुद्दीन- अविकापुर
एक्सप्रेस का 14 जुलाई को सुबह 10 बजे
रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव रेल भवन दिल्ली
से आनलाइन शुभारंभ करेंगे। वीडियो
काफ्रेंसिंग के जरिए रेलमंत्री अविकापुर में
रेलवे इंजन, मंच एवं अतिथियों को संवोधति
करेंगे। निजामुद्दीन- अविकापुर ट्रेन क्रमांक
12493 व 12494 के उद्घाटन को लेकर
मंगलवार को अंबिकापुर रेलवे स्टेशन
परिसर में केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह
पत्रकारों से भी चर्चा करेंगी।
विश्रामपुर से दिल्ली के वीच यात्रियों को
सुविधा मिली थी। उत्कल एक्सप्रेस में यह
बोगी अनूपपुर से जुड़ती थी। यह बोगी
केंद्रीय मंत्री ने कहा सपने को साकार होता देखें
सरगुजा सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री कि इस ट्रेन को शुरू करने बीते 14 मई
रेणुका सिंह ने अपने सोशल
को ही पूरी तैयारी थी। उस
मीडिया एकाउंट में अंबिकापुर
वक्त केंद्रीय रेलमंत्री अश्वनी
दिल्ली नई ट्रेन सेवा शुरू होने
वैष्णव का प्रवास भी तय हो
के लिए सरगुजा अंचल के
गया था। इस ट्रेन के रैक को
लोगों को क्याई दी है। उन्होंने
सजने बिलासपुर भेजा गया था
लोगों से कहा कि वे 14
लेकिन अचानक केंद्रीय मंत्री
जुलाई को रेलवे स्टेशन में
का दौरा निरस्त होने और कुछ
आमंत्रित हैं। वे यहां आएं और सरगुजा तकनी की कारणों से इस ट्रेन सेवा का
के सपने को साकार होता देखें। बता दें उद्घाटन नहीं हो पाया था।
15 साल से पत्र लिख रहे थे टीएस सिंहदेव
अंबिकापुर विधायक व स्वास्थ्य मंत्री
टीएस सिंहदेव अंबिकापुर
से सीधे दिल्ली और अन्य
महानगरों के लिए सीधी
ट्रेन सेवा शुरू करने
15 साल से केंद्रीय रेल
मंत्रियों को पत्र लिखते
आ रहे हैं। रेल मंत्रालय
से कई जवाब भी उनके नाम आया
है। उसके अलावा जब भी यहां रेल
विभाग का बड़ा अथकारी पहुंचता
है, वे हर बार मुलाकात व वातचीत
विश्रामपुर से शहडोल के वीच चलने वाली
ट्रेन के साथ वहां तक चलती थी। यात्री इस
बोगी को लरंगसाय बोगी के नाम से जानते
करते रहे हैं। दिल्ली में रहते कईरेल
मंत्रियों से मुलाकात भी कर
चुके है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव
ने कहा कि यदि अंबिकापुर
से दिल्ली तक सीधी ट्रेन सेवा
शुरू हो गई तो यह सरगुजा
के लिए बड़ी सौगात है। सभी
जन प्रतिनिधियों और यहां के
जागरूक नागरिकों ने अपने-अपने
स्तर पर इसके लिए आवाज उठाई है।
इसी का परिणाम है कि यह सौगात
मिलने जा रही है।
थे। इससे सरगुजंचल के यात्रियों को बड़ी
राहत थी लेकिन इस वोगी को वर्ष 2000
के आसपास बंद कर दिया गया।
✍🏻 राम कुमार सिंह
अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़
0 Comments